Tuesday, May 31, 2011

काश तुम होती…….

सबकुछ बदल गया तुमहरे जाने के बाद
तुम होती तो ज़िंदगी और भी बेहतर होती………

मैं अक्सर इन्ही ख़यालों मे खोया रहता हूँ
तुम्हारी डाट पे जो आँसू निकलते थे

अगर वो आज भी जारी रहते
तो कुछ दाग़ दिलके धूल भी सकते थे

तुम होती तो एक आसरा होता
तुम होती तो क़दमो मे सारा जहाँ होता

तुम होती तो दिल खोल के हंस पाता
तुम होती तो जी भर के रो लेता

तुम होती तो चाँद मेरे पास होता
तुम होती तो सितारों मे आसियान होता

सूरज की तापिश कुछ कम होती
अगर मेरे पास तेरा आँचल होता

तुम होती तो मुश्किलें और भी आसान होती
तुम होती तो ज़िंदगी इतनी ना परेशान होती

काश तुम होती…….